UPSC की तैयारी में उपयुक्त किताबें:

UPSC (संघ लोक सेवा आयोग) का परीक्षण भारत में सबसे प्रसिद्ध प्रतियोगी परीक्षाओं में से एक है। UPSC परीक्षा देश के वर्ग I और वर्ग II से संबंधित प्राधिकारी प्रश्नोत्तरी के लिए होती है। क्या परीक्षा की सफलता के लिए सही किताबों का चयन करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। यहां पर कुछ ऐसी किताबों के बारे में बात करेंगे जो UPSC की तैयारी में मददगार साबित हो सकती हैं।

1. भारतीय संविधान:

भारतीय संविधान UPSC के परीक्षा के लिए एक मूल ग्रंथ है। डॉ. बी.आर. अम्बेडकर द्वारा लिखित, ‘भारतीय संविधान’ एक ऐसा आधिकारिक ग्रंथ है जो भारत के राजनीतिक धरा और व्यवस्था को स्पष्ट रूप से व्यक्त करता है। दैनिक जीवन में होने वाले घटनवारों को समझें और उनका मूल्यांकन करें UPSC के प्रश्न पत्र में अक्सर होता है। क्या किताब को पढ़कर व्यवसायिक दृष्टि से समझ पाएंगे, जो एक UPSC अधिकारी के लिए अवसर है।

2. भारतीय अर्थव्यवस्था:

अर्थव्यवस्थ भारत की विकास की मूल रचना है और UPSC परीक्षा में इस पर ध्यान दिया जाता है। रमेश सिंह द्वारा लिखित “भारतीय अर्थव्यवस्था” एक अच्छी किताब है जो इस विषय पर विस्तार से चर्चा करती है। ये किताब अर्थव्यवस्थ के मुख्य सिद्धांत को संभालती है और सहज भाषा में समझने का प्रयास करती है। इसमें आर्थिक गतिविधियां, बजट और वित्तीय प्रबंधन जैसे मुद्दों पर विचार किया गया है।

3. भारतीय इतिहास:

UPSC के लिए भारतीय इतिहास की अच्छी समझ होनी चाहिए। बिपिन चंद्र द्वारा लिखित “स्वतंत्रता के लिए भारत का संघर्ष” एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है जो भारत की आजादी के लिए हुए आंदोलन को प्रस्तुत करता है। ये किताब प्रारम्भिक और मुख्य परीक्षा के लिए उपयुक्त है और देश के इतिहास को समझने में मदद करेगी।

4. विश्व का भुगोल:

UPSC परीक्षा में विश्व का ज्ञान भी महत्तवपूर्ण है। माजिद हुसैन द्वारा लिखित “भारत का भूगोल” एक सर्वोत्तम ग्रंथ है जो भारत के भूगोल को अच्छे से बताता है। इसमे स्थल, जल, वायु, और जीवस्मृति के विषय में विस्तार से चर्चा की गई है। इसके अतिरिक्‍त, रूपा मेड सिंपल सीरीज की “वर्ल्ड जियोग्राफी” भी सहायक हो सकती है।

5. मानव अधिकार एवं समाजशास्त्र:

UPSC में मानव अधिकार और समाजशास्त्र से संबंधित प्रश्न अक्सर पूछे जाते हैं। इग्नू के “सोसाइटी इन इंडिया” और “इंडियन सोसाइटी” जैसे ग्रंथ क्षेत्र में प्रकाश डालते हैं। ये किताबें सामाजिक मुद्दों को समझने और ताजगी के साथ व्याख्या करने में सहायक हो सकती हैं।

6. विज्ञान एवं तकनीक:

विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भी UPSC के परीक्षा पत्र में प्रश्न पूछे जाते हैं। टीएमएच द्वारा लिखित “सामान्य अध्ययन पेपर II” एक ऐसा ग्रंथ है जो विज्ञान, तकनीकी और अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन से संबंधित है। ये किताब सहज भाषा में लिखी गई है और UPSC पाठ्यक्रम का अनुरुप है।

7. राजनीति एवं अंतर्राज्यीयसंबंध:

एम. लक्ष्मीकांत के “भारतीय राजव्यवस्था” UPSC के प्रश्न पत्र में प्रशासनिक विधियां और राजनीति तंत्र को समझने के लिए महत्तवपूर्ण है। इसमे भारतीय संविधान, सरकार की रचना, और प्रशासनिक व्यवस्था पर विचार किया गया है। राजनीति और अंतरराष्ट्रीय संबंध के मुद्दों पर “पैक्स इंडिका” एक अन्य महत्वपूर्ण ग्रंथ है।

8. सामान्य ज्ञान:

UPSC परीक्षा में सामान्य ज्ञान का बहुत महत्व होता है। मनोहर पांडे द्वारा लिखित “सामान्य अध्ययन” एक सर्वोत्तम किताब है जो सारे मुख्य विषयों को एक ही स्थान पर प्रस्तुत करता है। इसमे सामान्य ज्ञान के प्रश्नों का अनुशीलन किया गया है, जो प्रतिभागियों की तैयारी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।

9. भुगोल एवं पर्यावरण:

शंकर IAS द्वारा लिखित “पर्यावरण” एक ऐसा ग्रंथ है जो UPSC के परीक्षा में पर्यावरण के मुद्दों को सजग रखने में मदद करेगा। इसमें पर्यावरण और वाणिकी, सामान्य विज्ञान और भारतीय भूगोल पर विचार किया गया है।

10. अनिवर्य हिंदी किताबें:

हिंदी भाषा में तैयारी कर रहे प्रतिभागियों के लिए एम. लक्ष्मीकांत की “भारत की राजव्यवस्था”, सुभाष कश्यप की “भारत का संविधान”, और माजिद हुसैन की “भारत एवं विश्व का भूगोल” उत्तम विकल्पों में से कुछ हैं।

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